Home updates आर्टफिशल इन्टेलिजन्स में नचुरल इन्टेलिजन्स को जिन्दा रखना जरूरी है :- आचार्य रमेश सचदेवा

आर्टफिशल इन्टेलिजन्स में नचुरल इन्टेलिजन्स को जिन्दा रखना जरूरी है :- आचार्य रमेश सचदेवा

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मनुष्य ही ने ही मनुष्यता को धराशाई कर दिया और अब उसका स्थान रॉबर्ट्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग तथा डीप लर्निंग आने वाले समय में लेने जा रहे हैं यह विचार आज नव जागृति कॉन्फ्रेंस हॉल के अंदर आरकेडीएक्स रांची टॉक शो के तत्वाधान में आयोजित टॉक शो में अपने विचार व्यक्त करते हुए हरियाणा से पधारे एजुस्टेप फाऊंडेशन के अध्यक्ष रमेश सचदेवा ने अपने उद्बोधन में कहे।


कार्यक्रम का शुभारंभ सभी वक्ताओं के द्वारा राष्ट्रगान के साथ किया गया।
तदोपरांत आरकेडीएक्स के संचालक आरके दास ने आए हुए सभी वक्ताओं का अभिनंदन किया तथा आरकेडीएक्स के बारे में जानकारी दें।
आरकेडीएक्स के सीनियर मोस्ट सदस्य एडवाइजर श्रीकांत सर ने जहां सांस के क्रियाऔ के बारे में जानकारी दी वहीं उन्होंने अग्निहोत्री यज्ञ प्रवृत्ति के बारे में प्रकाश डाला। कोलकाता से पधारे कैरियर काउंसलर व ट्रेनर मैडम मौसमी पाल ने सोशल इमोशनल ग्रोथ के बारे में बताते हुए कहा कि यह समय की मांग है और इसके लिए जहां शिक्षकों का प्रशिक्षण की जरूरत है वही पेरेंटिंग कोचिंग की बहुत जरूरत है।


कच्छ बिहार से पधारे मनी जेनरेटर कोच देवराताधार ने डिजिटल स्ट्रेटजी व ओरेकल ट्रेनर संजय शंभू ने सोशल इमोशनल ग्रोथ परमिंदर कौर चढ़ा ने डिजिटल सिटीजनशिप तथा खुशबू झा मैडम ने अपनी कहानियों के माध्यम से सोशल इमोशनल लर्निंग पर प्रकाश डाला v खूब वाह वाही बटोरी।
जीव विज्ञान की मैडम स्मपा बॉस ने सोशल और नेशनल लर्निंग पर बताते हुए कहा कि जब तक हम केवल मस्तिष्क को पढ़ाते रहेंगे तब तक शिक्षा का कोई अर्थ नहीं रहेगा।
इसके लिए हमें दिलों को पढ़ना होगा दिल से पढ़ाना होगा।
वही लाइफ कोच ट्रेनर मैडम मनीषा धर ने अपने उद्बोधन में कहा की वर्तमान समय में शिक्षा जिधर जा रही है उसे सही दिशा देने का काम हम स्कूल के कंधों पर हैं और उसके लिए आरकेडीएक्स अपने स्तर पर काफी मेहनत कर रहा है और आने वाले समय में यह अपने वक्ताओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रस्तुति देने का अवसर प्रदान करेगा और विभिन्न स्कूलों में कॉलेजो में लाइफ स्किल ट्रेनिंग देने के लिए कारगर कदम उठाएगा ।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र व समृद्धि केंद्र देखकर सम्मानित किया गया राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया
रमेश सचदेवा ने अपने शायराना अंदाज से समा बांधे रखा और दर्शकों व श्रोताओं के दिलों को छूने वाले अंदाज में अपनी कविताओं व मुक्तकों से खूब प्रशंसा बटोरी।

One Comment

  1. RAMESH SACHDEVA

    September 5, 2023 at 8:44 am

    Thanks a lot To the point. Especially Thanks to Mr. Shaad. Very nicely your have covered the event and make this event meaningful

    Reply

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