Home News Point आचार्य रमेश सचदेवा को उनके शिक्षा में 32 वर्षों के अतुल्य योगदान तथा  निःशुल्क शिक्षा देने के उद्देश्य से शिक्षा के क्षेत्र में किए ज रहे प्रयास व सार्थक योजनाओं के लिए उन्हें दा चेंजमकेर अवार्ड से सम्मनित किया गया।

आचार्य रमेश सचदेवा को उनके शिक्षा में 32 वर्षों के अतुल्य योगदान तथा  निःशुल्क शिक्षा देने के उद्देश्य से शिक्षा के क्षेत्र में किए ज रहे प्रयास व सार्थक योजनाओं के लिए उन्हें दा चेंजमकेर अवार्ड से सम्मनित किया गया।

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शिक्षाविदों के लिए किया गया पाई द चेंजमेकर अवार्ड-2022 कार्यक्रम का आयोजन।
पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया (पी0ए0ए0आई0) ने लखनऊ स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इन्फोर्मेशनस टैक्नोलॉजी के सहयोग से दिनांक 24 जुलाई 2022 को “पाई द चेंजमेकर अवार्ड -2022” समारोह व नेशनल एजुकेशन सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया के संस्थापक एवं अध्यक्ष  डॉ. हर्षवर्धन सिंह एवं यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा. भानु प्रताप सिंह , डा. अदनान लोधी,  श्री लक्ष्मीकांत भाटिया,  डा. रतिश गुप्ता,श्री विकास नागरू, श्री सरित घोष, डा. विनय झा, डा. अभिमन्यु मिश्रा द्वारा दीप प्रजवल्लित कर किया गया।
इस आयोजन के लिए महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, केरल, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि 12 राज्यों से लगभग 200 से ज्यादा  नामांकन दाखिल किए गए। जिनमें से प्राचार्यों, शिक्षकों और शिक्षकों सहित 101 प्रतिनिधियों को जूरी सदस्यों द्वारा सम्मानित करने के लिए चुना गया।
इस अवसर पर एचपीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल, शेरगढ़ के निदेशक एवं प्रिन्सिपल आचार्य रमेश सचदेवा को उनके शिक्षा में 32 वर्षों के अतुल्य योगदान तथा  निःशुल्क शिक्षा देने के उद्देश्य से शिक्षा के क्षेत्र में किए ज रहे प्रयास व सार्थक योजनाओं के लिए उन्हें दा चेंजमकेर अवार्ड से सम्मनित किया गया।
आचार्य रमेश ने कहा कि शिक्षक ही राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं और उन्हें समाज के सामने आदर्श स्थापित करने होंगे।
इस अवसर पर मोनिका सिंह ने शिव तांडव  नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिसकी पीएएआई के सभी ने खूब प्रशंसा की।
कार्यक्रम में देश भर के शिक्षा जगत के शिक्षको के साथ-साथ श्री रामचन्द्र प्रधान, सदस्य विधान सभा -उत्तर प्रदेश जी मुख्यातिथि के तौर पर आमंत्रित किए गए थे।  विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. अदनान लोधी, श्री सरित घोष, डा. विनय झा, डा. अभिमन्यु मिश्रा आदि ने विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
श्री लक्ष्मीकांत भाटिया (नेशनल ज्वाइंट डायरेक्टर -पीएएआई) ने बताया कि पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया (पीएएआई) एक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारत के शिक्षकों, प्राचार्यों, निदेशकों और शैक्षणिक संस्थानों को वित्तीय सहायता प्रदान करके शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
श्री लक्ष्मी कांत के शब्दों का विस्तार करते हुए डॉ.  हर्षवर्धन सिंह ने कहा कि पीएएआई एक ऐसा संगठन है जो ऐसे शिक्षकों की मदद करता है जिन्होंने किसी कारण से या महामारी की अवधि के दौरान अपनी नौकरी खो दी है। साथ ही संस्था ऐसे शिक्षकों की एक माह के अंदर नौकरी लगवाने का प्रयास करता है एवं इसमें विफल होने पर उन्हें आर्थिक रूप से 10,000 रूपये प्रति माह की धनराशि प्रदान करता है। इतना ही नहीं संस्था गंभीर रूप से पीड़ित शिक्षकों को लगभग 1 लाख से 2 लाख तक की मुफ्त स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी भी प्रदान करती है।
डॉ. रतिश गुप्ता  ने बताया कि उन्हें पीएएआई से जुड़कर बहुत गर्व महसूस हो रहा है और एम. यू. आई. टी. ऐसी संस्थाओं के साथ सहयोग करना पसंद करेगा जो शिक्षण बिरादरी के लाभ के लिए काम करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया की राष्ट्रीय मंच संचालक डा. शैली बिष्ट ने अपनी एंकरिंग से शमां बाँधा।  इस कार्यक्रम को सफल बनाने का मुख्य श्रेय पाई लखनऊ की जिला प्रेसिडेंट श्रीमती अंजू सन्याल को जाता है जिन्होंने अपने अथक प्रयासों से सबका मन मोहा व कार्यक्रम को सफल बनाया।  पीएएआई की राष्ट्रीय टीम के सदस्य श्री लक्ष्मीकांत भाटिया, श्री विकास नागरू, डा. शैली बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

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