
बाल मंदिर स्कूल के प्रांगण में 46 वें वार्षिक उत्सव के भव्य एवं गौरवशाली वार्षिकोत्सव समारोह का आयोजन किया गया।
“वसुधैव कुटुंबकम”प्रकरणपर पर आधारित इस महापर्व को बड़े ही हर्षोल्लास एवं राष्ट्रीय भाव के साथ मनाया गया।
ग्रुप कैप्टन श्री मनोज वत्स ने आज मंच पर गुरु शिष्य परंपरा का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया जब उन्होंने अपने गुरु प्रिंसिपलश्री सुरेंद्र कुमार कौशिक और मैडम विजयलक्ष्मी कौशिक को मंच पर अपने आभार और कृतज्ञता भरे शब्दों एवं स्मृति भेंट से सम्मानित किया।
वसुधैव कुटुंबकम, जो भारतीय संस्कृति की सार्वभौमिकता और समरसता का प्रतीक है। गौरवशाली भारतीय संस्कृति परंपरा और नवीनता के अद्भुत संगम इस कार्यक्रम ने सभी उपस्थित दर्शकों को हतप्रभ कर दिया। इस वार्षिकोत्सव को मुख्यातिथि श्री राजेश त्रिपाठी डिप्टी कमिश्नर (श्री मुक्तसर साहिब) और ग्रुप कैप्टन श्री मनोज वत्स ( आई. ए. एफ.)ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को शोभान्वित किया। स्कूल की छात्राओं ने पारंपरिक ढंग से अपने मुख्य अतिथि महोदय का एवं अन्य अतिथि गण का स्वागत किया ।तत्पश्चात रंगारंग कार्यक्रम का शुभारंभ सम्माननीय अतिथि श्री मनोज वत्स और प्रबंधन समिति एवं प्रिंसिपल एस.के. कौशिकने मां सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम का भव्य आगाज ईश वंदना और वसुधैव कुटुंबकम वंदना से हुआ। इस वंदना ने समस्त वातावरण को आध्यात्मिकता और भक्ति से सरोबार कर दिया। इसके पश्चात छात्रों ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया।
अध्यक्ष महोदय श्री नीरज जिंदल ने अपने स्वागत संबोधन से मुख्यातिथि और पंडाल में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। इसके पश्चात छोटे बच्चों ने “छोटे-छोटे सपने”थीम पर नृत्य प्रस्तुत कर अपने मासूम और सृजनशील सपनों को मंच पर जीवंत किया।
प्रिंसिपल श्री सुरेंद्र कुमार कौशिक विद्यालय की शैक्षणिक और सह शैक्षणिक शानदार उपलब्धियों से अवगत कराते हुए वार्षिक विवरण पढ़ा।
“दुनिया मुट्ठी में” नामक प्रस्तुति ने “मोबाइल के हानिकारक प्रभावों” के मुद्दे को छात्रों ने रचनात्मक तरीके से पेश कर न केवल दर्शकों का मनोरंजन किया बल्कि उसने तकनीकी प्रगति के अंधेरे पक्ष को उजागर किया। प्रेरणादायक और देश भक्ति गीतों पर आधारित शंखनाद ने उपस्थित दर्शकों में देश प्रेम और राष्ट्रीय भाव का संचार किया। वीर मराठा शौर्य के प्रतीक छत्रपति शिवाजी पर आधारित नाटक में छात्रों ने अपने अभिनय से ऐसा समां बांधा कि हर कोई भाव विभोर हो गया।
छात्रों की शैक्षणिक और अन्य उपलब्धियों के लिए मुख्य अतिथि श्री राजेश त्रिपाठी के कर- कमलों से प्रतिभावान छात्रों को पुरस्कृत किया गया।
प्रिंसिपल श्री सुरेंद्र कुमार कौशिक ने कहा कि हमारे विद्यार्थियों ने न केवल शैक्षणिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, बल्कि सह-शैक्षणिक गतिविधियों मे भी भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
इसके पश्चात स्कूल प्रबंधन समिति के द्वारा
मुख्य अतिथि डिप्टी कमिश्नर श्री राजेश त्रिपाठी एवं सम्माननीय अतिथि ग्रुप कैप्टन श्री मनोज वत्स को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया । मुख्यातिथि श्री राजेश त्रिपाठी (डिप्टी कमिश्नर) ने छात्रों की भव्य प्रस्तुतियों की भूरि भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि विद्यालय में छात्रों को उच्च संस्कारों से संस्कारित किया जाता है ।जिसकी झलक उन्हें आज के कार्यक्रम में देखने को मिली। वे बाल मंदिर विद्यालय को देखकर आश्चर्यचकित रह गए। उन्होंने विद्यालय परिसर और यहां के स्टाफ की भी अत्यधिक प्रशंसा की। सम्माननीय अतिथि ग्रुप कैप्टन श्री मनोज वत्स ने सभी छात्रों अभिभावकों और अध्यापकों के योगदान के लिए ताली बजवाई।
जिनकी मेहनत से यह कार्यक्रम बहुत अधिक भव्य और शानदार बना। उन्होंने बच्चों को संकल्प दिलाया कि उन्हें प्रतिदिन के जीवन में तीन बातों को याद रखना चाहिए कि मैं प्रत्येक काम कर सकता हूॅं, मैं प्रत्येक काम करूंगा और मुझे प्रत्येक काम करना चाहिए। ग्रुप कैप्टन श्री मनोज वत्स ने आज मंच पर गुरु शिष्य परंपरा का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया जब उन्होंने अपने गुरु प्रिंसिपलश्री सुरेंद्र कुमार कौशिक और मैडम विजयलक्ष्मी कौशिक को मंच पर अपने आभार और कृतज्ञता भरे शब्दों एवं स्मृति भेंट से सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि एक गांव के बालक को जिसको बिल्कुल भी अंग्रेजी नहीं आती थी उसको ग्रुप कैप्टन बनाने में उनके गुरु श्री एस के कौशिक का अविस्मरणीय योगदान रहा है। गुरु शिष्य परंपरा के इस भावुक दृश्य को देखकर सभी उपस्थित जनसमूह भाव विभोर हो गया। उपस्थित छात्र भी द्रवित एवं प्रेरित हुए।
इसके पश्चात कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कोरियोग्राफी अमर गाथा देखकर सभी दर्शक स्तब्ध रह गए।
चंद्रशेखर आजाद और शहीदे आजम भगत सिंह पर आधारित अमर गाथा ने सभी दर्शकों को मौन कर दिया और भी राष्ट्र प्रेम की भावना से ओत-प्रोत हो गए ।उनकी कुर्बानी पर गर्व करते हुए इंकलाब जिंदाबाद के नारों से पूरा पांडाल गूंज उठा। श्री चिन्मय जिंदल ने मुख्य अतिथि, सम्माननीय अतिथि, अभिभावकों, प्रिंसिपल, अध्यापकों प्रतिभागी छात्रों,डायरेक्टर संजीव शाद आदि का कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग के लिए धन्यवाद किया।
रंगारंग कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति “रंगोत्सव” पंजाब की विरासत भांगड़ा की मस्ती और ढोल की थाप ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे कलाकारों ने मंच पर जोश और उल्लास का जादू बिखेर दिया। पंडाल में तालियों की गड़गड़ाहट ने छात्रों को प्रोत्साहित किया।
श्री संजीव शाद को उनके अमूल्य योगदान के लिए स्मृति चिन्ह स्वरूप शाॅल देकर सम्मानित किया। नगर परिषद के अध्यक्ष टेकचंद छाबड़ा को सम्मानित किया। विधायक आदित्य देवीलाल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सतीश जग्गा, श्री साहिल सोनी, श्री कुंज बिहारी बंसल, श्री आर. वी .को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। संचालन मैडम सैंड्रा , मैडम मीरा गांधी एवं छात्र तान्या, मिन्नी ने प्रभावशाली ढंग से किया।
कार्यक्रम में प्रबंधन समिति की चेयरमैन पुष्पा देवी जिंदल, अध्यक्ष श्री नीरज जिंदल ,बाल वाटिका स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष श्री अरुण जिंदल, ,श्री चिन्मय जिंदल, श्रीमती रिचा जिंदल, श्रीमती नेहा जिंदल ,श्रीमती अंजू जिंदल, अलीशा , श्री अनिल गोयल ,श्रीमती विजयलक्ष्मी गोयल ,एडवोकेट सुभाष गुप्ता श्री प्रेम सेठी श्रीमती नीरूसेठी,डॉक्टर जे एस हरचंद श्री मनोज जिंदल, मैडम विजयलक्ष्मी कौशिक नगर परिषद के अध्यक्ष श्री टेक चंद छाबड़ा,श्री सतीश जग्गा, श्री सुरेश जिंदल, श्री संजीव चौधरी, श्री संदीप गर्ग, नगर पालिका के वाइस चेयरमैन श्री अमनदीप बंसल , , श्री जय मुनि जी गोयल विभिन्न संस्थाओं के प्रिंसिपल, एवं शहर के गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित थे।