उम्मीद का दीया…
: #एक घर मे पांच दीये जल रहे थे। एक दिन पहले दीये ने कहा – ‘इतना जलकर भी मेरी रोशनी की लोगों को कोई कद्र नहीं है तो बेहतर यही होगा कि मैं बुझ जाऊं ‘ और वह दीया खुद को व्यर्थ समझ कर बुझ गया।जानते हैं वह दिया कौन था? वह दीया था उत्साह का प्रतीक। यह देख …