- i समाज के प्रति समर्पण से ही आया है डा. डूडी के व्यक्तित्व में निखार: प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा
जीसीडब्ल्यू सिरसा के इतिहास विभागाध्यक्ष डा. के के डूडी हुए सेवानिवृत्त:-
पेशे के प्रति समर्पण व समाज सेवा के प्रति लगाव की भावना से व्यक्ति को जो ख़ुशी हासिल होती है वही उसके व्यक्तित्व के निखार का आधार बनती Iहै। डा. के के डूडी ने इस तथ्य को दृढ़तापूर्वक आत्मसात करते हुए अपने पेशे व सामाजिक सरोकारों के प्रति जिस प्रतिबद्धता के साथ अपनी ज़िम्मेवारियों का निर्वहन किया है उनसे ही समाज में उनकी एक विलक्षण पहचान बनी है।
यह विचार राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा के प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा ने एसोसिएट प्रोफेसर व इतिहास विभागाध्यक्ष डा. के के डूडी की सेवानिवृत्ति के अवसर पर कोविड-19 की नियमावली की अनुपालना के अंतर्गत आयोजित विदाई समारोह में अपने अध्यक्षीय संबोधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक भ्र्मण, खेलकूद इत्यादि गतिविधियों, महाविद्यालय से संबंधित विभिन्न समितियों के साथ-साथ प्रशासनिक स्तर पर जिस कुशलता व कुशाग्रता के साथ डा. के के डूडी ने ज़िम्मेवारियों का निर्वहन करते हुए अपने व्यक्तित्व की जो अमिट छाप छोड़ी है वह उदाहरणीय एवं अनुकरणीय है। महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डा. हरविंदर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राजकीय विद्यालय, ऐलनाबाद से दसवीं, राजकीय नैशनल महाविद्यालय, सिरसा से बीए, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एम ए; एम फिल व राजस्थान विश्वविद्यालय से पीएच. डी की उपाधि प्राप्त डा. के के डूडी ने हरियाणा उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में अपने चयन उपरांत 21 अक्तूबर, 1989 को राजकीय नैशनल महाविद्यालय, सिरसा में कार्यभार ग्रहण किया। तदोपरांत चौपटा, ऐलनाबाद, भोडियाखेड़ा इत्यादि के राजकीय महाविद्यालयों में सेवाएं प्रदान करने के उपरांत डा. के के डूडी का स्थानांतरण 1 अगस्त, 2017 को राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा में हुआ और यहीं से आप 31 जुलाई, 2021 को सेवानिवृत्त हुए। विदाई समारोह से पूर्व डा. के के डूडी ने महाविद्यालय प्रांगण में बेल का पौधा रोपित किया। विदाई समारोह में महाविद्यालय परिवार के साथ साथ डा. डूडी की धर्मपत्नी अमरपति डूडी, उनके सुपुत्र कर्ण सिंह डूडी भतीजे प्रो. रणजीत डूडी, नरेश डूडी एवं अन्य पारिवारिक सदस्यों ने भी शिरकत की। समारोह का आगाज़ संगीत विभागाध्यक्ष एवं सांस्कृतिक समिति संयोजक डा. यादविंदर सिंह व तबलावादक मनोहर लाल के सान्निध्य में संगीत विभाग की छात्राओं कशिश खट्टर, साक्षी मोंगा, कीर्ति सोनी, प्रभजोत कौर, पूजा जांगड़ा व ख़ुशबू द्वारा स्वागत गीत की शानदार प्रस्तुति से हुआ। विदाई समारोह में प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा, प्रो. जसबीर कौर, डा. हरविंदर सिंह, प्रो. विक्रमजीत सिंह, डा. दलजीत सिंह, प्रो. मोनिका गिल, डा. यादविंदर सिंह, प्रो. सविता दहिया, प्रो. अनु, प्रो. कपिल कुमार सैनी, लिपिक बलजीत सिंह, पोखर सिंह, सोहन सिंह इत्यादि ने डा. के के डूडी के साथ बिताये अपने लम्हों का स्मरण साँझा करते हुए उन्हें सेवानिवृत्ति की शुभकामनाएं प्रदान कीं व उनके सफल, सुखद, स्वर्णिम, उज्ज्वल भविष्य व दीर्घाऊ हेतु मंगलकामनाएं व्यक्त कीं। विदाई समारोह में डा. के के डूडी के कनाडा में शिक्षा ग्रहण कर रहे बड़े सुपुत्र गौरव सिंह डूडी द्वारा प्रेषित शुभकामना संदेश को भी पढ़ा गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि के तौर पर अपने संबोधन में डा. के के डूडी ने अपने जीवन के अनुभवों को साँझा करते हुए कहा कि व्यक्ति को अपनी किसी भी ज़िम्मेवारी से मुँह नहीं मोड़ना चाहिए बल्कि यथा संभव पूरी दृढ़ता से उसका निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने सेवाकाल के दौरान उन्होंने अपने हर कार्य स्थल में बेहतर सेवाएं प्रदान करने की हर संभव कोशिश की है। उन्होंने कहा हर शिक्षक का यह दायित्व बनता है कि वह अपने विद्यार्थियों के प्रति प्रतिबद्धता एवं समर्पण भावना से अपनी बनती ज़िम्मेवारियों का बाख़ूबी निर्वाह करे। डा. के के डूडी ने राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा परिवार से मिले अपार स्नेह व अथाह सहयोग के लिए अभिनंदन व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाया कि वह भविष्य में भी इस महाविद्यालय व महाविद्यालय परिवार से अपना संबंध बनाए रखने में गौरव महसूस करेंगे। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के उपरांत भी वह शैक्षणिक क्षेत्र एवं सामाजिक सरोकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखेंगे। डा. के के डूडी द्वारा हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ को अपने सेवाकाल के 32 वर्षों के दौरान प्रदत्त सेवाओं हेतु महाविद्यालय की स्थानीय इकाई की अध्यक्ष प्रो. मोनिका गिल, उपाध्यक्ष डा. रुपिंदर कौर, सचिव डा. रमनदीप, सह-सचिव प्रो. रोहताश कताला, वित्त-सचिव प्रो. संदीप झोरड़ व संगठन-सचिव डा. यादविंदर सिंह ने उन्हें सम्मान प्रमाणपत्र भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार द्वारा डा. के के डूडी व उनकी धर्मपत्नी अमरपति डूडी को उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया और उनके सम्मान में प्रीतिभोज का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन स्टाफ़-सचिव डा. हरविंदर सिंह ने किया।