कौशल और जुनून का जश्न होती हैं प्रतिभा खोज प्रतियोगिताएं: डा. स्मृति कंबोज
नृत्य प्रतियोगिताओं के साथ संपन्न हुआ जीएनसी सिरसा का ‘कला तरंगिनी’ समारोह
अंशिका, उदयपाल, लता, काजल, लक्षिता, विशाखा, स्निग्धा रहे अव्वल
सिरसा: 12 अक्तूबर:
प्रतिभा खोज प्रतियोगिताएं छुपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाकर उन्हें तराशने और निखारने का सबसे सशक्त मंच है। यह विचार राजकीय नैशनल महाविद्यालय, सिरसा के प्राचार्य डा. संदीप गोयल ने महाविद्यालय में सांस्कृतिक समिति प्रभारी डा. स्मृति कंबोज के संयोजन में चल रहे ‘कला तरंगिनी’ समारोह के अंतर्गत आयोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिताओं के अंतिम दिन अपने अध्यक्षीय संबोधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं से दृढ इच्छा शक्ति, अनुशासन और धैर्य की भावना विकसित होती है जोकि किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए अनिवार्य है।
डा. संदीप गोयल ने विजेताओं सहित सभी प्रतिभागियों को मुबारकबाद प्रदान करते हुए उनके सुखद, सफल, समृद्ध, स्वर्णिम एवं उज्ज्वल भविष्य हेतु मंगलकामनाएं व्यक्त कीं। महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डा. हरविंदर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अध्यक्षमंडल द्वारा दीप प्रज्वलन के उपरान्त डा. स्मृति कंबोज ने निर्णायकमंडल के सदस्यों का परिचय प्रदान करते हुए उपस्थिजन का स्वागत किया। डा. स्मृति कंबोज ने कहा कि यह प्रतियोगिताएं मनोरंजन के साथ साथ मस्तिष्क को सक्रिय रखते हुए मानसिक योग्यता को बढ़ाती हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिताएं महाविद्यालय समुदाय के भीतर कौशल और जुनून का जश्न होने के अलावा पारस्परिक सौहार्द एवं सामुदायिक भावना को भी विकसित करती हैं। कला तरंगिनी समारोह के दौरान आयोजित हो चुकी साहित्यिक, ललित कला, गायन व मंचीय प्रतियोगिताओं के उपरान्त समारोह के अंतिम दिन नृत्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं के अंतर्गत सामान्य नृत्य में अंशिका, अभिषेक कुमार, अजय; हरियाणवी नृत्य पुरुष वर्ग में उदयपाल, प्रकाश, हेमंत; महिला वर्ग में लता, सिमरन, सलोनी; भंगड़ा में काजल, कर्णवीर, शिवम सेठी; पारंपरिक नृत्य में लक्षिता, चाहत, सृष्टि ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान अर्जित किया। म्यूजिकल बैंड में विशाखा गुप्ता, बबिल, गगन, दीपक की टीम ने प्रथम; मनप्रीत कौर, डेविड, रक्षा, रमन की टीम ने द्वितीय व विशाल, राहुल, सिमरन, हितायशा की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी दौरान आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में स्निग्धा पॉल, तमसा, श्वेता झा क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय रहे। इन प्रतियोगिताओं के दौरान सीडीएलयू से संगीत गायन विषय की प्रोफैसर डा. सरस्वती वत्स, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के संगीत विषय की प्राध्यापिका नमिता कंबोज एवं केएल थिएटर प्रोडक्शन, सिरसा के संस्थापक कर्ण लढा ने निर्णायकमंडल की भूमिका का निर्वहन किया। इस अवसर पर निर्णायकमंडल के सदस्यों डा. सरस्वती वत्स, नमिता कंबोज, कर्ण लढा व स्मृति कंबोज ने अपनी शानदार गायन प्रस्तुतियों द्वारा समय को बाँध कर रख दिया। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा विजेता प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार व प्रमाणपत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया और निर्णायकमंडल के सदस्यों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी एवं पंजाबी विभागाध्यक्ष डा. हरविंदर सिंह ने किया। समारोह के समापन अवसर पर महाविद्यालय के उप-राचार्य प्रो. हरजिंदर सिंह ने निर्णायकमंडल, सभी उपस्थितजन, प्रतिभागियों, कार्यक्रम के आयोजन में प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से सहयोग प्रदान करने वाले महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस कला तरंगिनी समारोह के दौरान सांस्कृतिक समिति के सभी सदस्यों डा. स्मृति कंबोज, डा. अनुदीप गोयल, डा.हरविंदर कौर, डा. कर्मजीत कौर, डा. मंजू गंडा, डा. साक्षी मेहता, प्रो. सीमा रानी, डा. मंजू मेहता, प्रो. रमेश सोनी, प्रो. पवनवीर कौर, डा. शोभा रानी, प्रो. अमनदीप कौर, डा. पूनम सेतिया, डा. मीनू रानी, प्रो. राज रानी, डा. किरण बाला, प्रो. पारुल कुमार, कर्मवीर कौशिक व शिखा शर्मा के अलावा शिक्षक व गैर-शिक्षक स्टाफ सदस्यों एवं विद्यार्थियों ने विशाल संख्या में अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज़ करवाते हुए अपने उत्साह से कार्यक्रम की जीवंतता को और भी बढ़ा दिया।