
जीसीडब्ल्यू सिरसा में हुआ देशभक्ति गीत गायन एवं विस्तार व्याख्यान का आयोजन
राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा में हर घर तिरंगा – आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रमों का आयोजन निरंतर जारी है। महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डा. हरविंदर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इसी श्रृंखला में प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा व सांस्कृतिक समिति प्रभारी डा. यादविंदर सिंह के संयोजन में देश भक्ति गीत गायन व विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। हिंदी विभाग के प्रवक्ता कपिल सैनी ने विस्तार व्याख्यान में देश की आन-बान-शान राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के इतिहास व इसके महत्त्व के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि पिंगलई वैंकैया द्वारा अभिकल्पित इस ध्वज का वर्तमान स्वरूप 22 जुलाई, 1947 को अस्तित्व में आया जिसे संविधान सभा द्वारा अधिगृहित किया गया व भारतीय मानक ब्यूरो ने 1951 में राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े नियम तय किए। इस अवसर पर आयोजित तिरंगा, आज़ादी आंदोलन व जाने-अनजाने क्रांतिवीरों को समर्पित गीत गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें साक्षी मोंगा, कशिश खट्टर, ख़ुशबू व सेवादार सोहन सिंह सिद्धू ने अपनी खूबसूरत भावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा ने उपस्थितजन का आह्वान किया कि वह अपने आप को राष्ट्रभक्ति के प्रति समर्पित करते हुए 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान को सफ़ल बनाने में अपना सक्रिय सहयोग प्रदान करें। इसी श्रृंखला में इससे पूर्व तिरंगा के सम्मान को समर्पित एक विचार गोष्ठी का आयोजन भी किया गया जिसमें सांस्कृतिक समिति संयोजक डा. यादविंदर सिंह ने तिरंगा फहराने, इसके रख-रखाव व इसके सम्मान संबंधी नियमों एवं प्रावधानों के संबंध में उपस्थिजन को विस्तृत जानकारी प्रदान की। हर घर तिरंगा – आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की रूपरेखा निर्धारण संबंधी महाविद्यालय की सांस्कृतिक समिति, एनएसएस इकाई, महिला प्रकोष्ठ, अंग्रेजी, हिंदी व पंजाबी विभाग के प्रतिनिधियों की हुई संयुक्त बैठक में निर्णय लिया गया कि महाविद्यालय में 2 से 15 अगस्त तक विचार गोष्ठी, विस्तार व्याख्यान, देश भक्ति गीत गायन, तिरंगा रैली, कविता पाठ, भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग, नारा लेखन इत्यादि गतिविधियों का निरंतर आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर डा. हरविंदर सिंह, प्रो. अंकिता मोंगा, डा. यादविंदर सिंह, प्रो. कपिल सैनी, डा. सतपाल बेनीवाल, प्रो. मुकेश सुथार इत्यादि ने अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाई।