Home साहित्य दर्पण इतिहास के पन्नों में दर्ज़ होने से वंचित रह गए अनजान क्रांतिवीरों का स्मरण ही है आज़ादी का अमृत महोत्सव: राम सिंह यादव

इतिहास के पन्नों में दर्ज़ होने से वंचित रह गए अनजान क्रांतिवीरों का स्मरण ही है आज़ादी का अमृत महोत्सव: राम सिंह यादव

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संपूर्ण स्वराज्य प्राप्ति के लिए भारतीय क्रांतिवीरों का संघर्ष एवं बलिदान अद्वितीय: प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा


जीसीडब्ल्यू सिरसा में आज़ादी के 75 वर्षों को समर्पित आज़ादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में हुआ सेमिनार


सिरसा: 12 मार्च:
भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान किसी न किसी प्रकार से भी अपना योगदान प्रदान करने वाले इतिहास के पृष्ठों में दर्ज़ होने से वंचित रह गए क्रांतिवीरों व उनके परिवारों का स्मरण करते हुए उनके प्रति विशेष सम्मान व्यक्त करना और उनको इतिहास के पन्नों पर यथा स्थान प्रदान करना ही इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है। यह विचार भारतीय इतिहास संकलन समिति, हरियाणा के महासचिव राम सिंह यादव ने राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा में इतिहास विषय परिषद के तत्वावधान में स्वतन्त्रता के 75 वर्षों को समर्पित आज़ादी का अमृत महोत्सव आयोजनों की प्रारंभिक श्रृंखला में ‘स्वतन्त्रता संग्राम में अनजाने स्वतन्त्रता सेनानियों का योगदान’ विषय पर आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता के तौर पर अपने संबोधन में व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सहित संपूर्ण देश के कोने-कोने में स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु आयोजित गतिविधियों का विधिवत संकलन करके इसको प्रकाशित किया जाएगा ताकि भावी पीढ़ियां भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के सही इतिहास से अवगत हो सकें। उन्होंने हरियाणा के विभिन्न गांवों में ग्रमीणों द्वारा किए अभूतपूर्व त्यागों, आंदोलनों व बलिदानियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा व इतिहास विभागाध्यक्ष डा. के के डूडी की अध्यक्षता में आयोजित इस सेमिनार का शुभारंभ संगीत विभागाध्यक्ष प्रो. यादविंदर सिंह व मनोहर लाल तबला वादक के सान्निध्य में संगीत विभाग की छात्राओं कशिश खट्टर, साक्षी मोंगा, मनीषा, पूजा व पूजा भारती द्वारा सरस्वती वंदन के गायन व स्वागत गीत की प्रस्तुति से हुआ। यह जानकारी प्रदान करते हुए महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डा. हरविंदर सिंह ने बताया कि इतिहास विभागाध्यक्ष डा. के के डूडी ने मुख्य वक्ता राम सिंह यादव, उनके साथ आए अन्य अतिथियों भारतीय इतिहास संकलन समिति, सिरसा के अध्यक्ष सुभाष शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गंगाधर वर्मा, जनसंपर्क अधिकारी जयंत शर्मा, गोकुल थेपड़ा, विजय मित्तल, अन्य उपस्थितजन एवं छात्राओं का स्वागत करते हुए मुख्य वक्ता का परिचय प्रदान किया। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों में राम सिंह यादव का योगदान उल्लेखनीय व अनुकरणीय है।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा ने मुख्य वक्ता राम सिंह यादव, अन्य अतिथिगण, उपस्थितजन एवं छात्राओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के तमाम जाने-अनजाने क्रांतिवीरों के प्रति सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने स्वतन्त्रता सेनानियों द्वारा संपूर्ण स्वराज्य प्राप्ति के लिए किए संघर्ष को विश्व की अद्वितीय मिसाल बताया। उन्होंने महात्मा गाँधी, जवाहर लाल नेहरू, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, सुभाष चंद्र बोस, खुदी राम बोस, दुर्गा भाभी इत्यादि सरीखे क्रांतिवीरों को नमन करते हुए नेल्सन मंडल सरीखे अंतर्राष्ट्रीय क्रांतिवारों का भी स्मरण किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में इतिहास विषय परिषद की छात्राध्यक्ष प्रगति एवं अन्य पदाधिकारियों सुनीता, रेखा व किरण विशेष योगदान प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन इतिहास विषय परिषद के संयोजक डा. विक्रमजीत सिंह ने किया। इस अवसर पर डा. मधु कुमारी, प्रो. जसबीर कौर, डा. हरविंदर सिंह, डा. विक्रमजीत सिंह, डा. दलजीत सिंह, प्रो. यादविंदर सिंह, प्रो. रोहताश, प्रो. सतपाल बेनीवाल, प्रो. मुकेश सुथार, प्रो. कपिल कुमार सैनी, प्रो. निर्मला, प्रो. सविता दहिया, पूजा सचदेवा, ललित कुमार इत्यादि ने अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज़ करवाई।

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