Home साहित्य दर्पण गायक अशोक मस्ती सुर संगीत और मन के भाव

गायक अशोक मस्ती सुर संगीत और मन के भाव

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गायक का भी अपना एक अनूठा अलग अंदाज होता कुछ गीत उसके अपने दिल के पास होते है ऐसा ही अनूठा भाव प्रसिद्ध लोकगायक जनाब अशोक मस्ती साहब मस्त हो कर गा रहे है

जिन्हें सुन कर ख्याल आया गीत गाने के लिए फकीरी ओर सुनने के लिए भावपूर्ण अमीरी चाहिए क्योंकि…महोबत के लिए कुछ खास दिल मख़सूस होते है ये वो नगमा है जो हर साज पे गाया नही जाता…
ज़िन्दगी ज़िंदाबाद

2 Comments

  1. Angrej singh saggu

    February 12, 2021 at 9:30 am

    “””ये दिलवालों की बस्ती है, यहां मस्ती ही बसती है………., बहुत शानदार गायक अशोक मस्ती साहब, ।।बहुत बढ़िया पेशकश……,शाद साहिब।।।

    Reply

    • Sanjiv Shaad

      February 12, 2021 at 9:31 am

      बहुत बहुत शुक्रिया वीर

      Reply

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