एक्शन कमेटी का किया गठन
सभी जिलावासियों से शामिल होने की अपील
रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनज़र तत्काल युद्धबंदी एवं विश्वशांति की बहाली, यूक्रेन में अभी तक फंसे भारतीय विद्यार्थियों, नागरिकों को यथाशीघ्र सुरक्षित वापिस लाने, वापिस आने वाले विद्यार्थियों के आगामी अध्ययन हेतु भारत में प्रबंध किए जाने, कुछ विद्यार्थियों पर इस आपात स्थिति में पड़े और पड़ने वाले आर्थिक बोझ को केंद्र सरकार द्वारा वहन किए जाने संबंधी मुद्दों को लेकर सिरसा सिटिज़न फोरम द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च के अवसर पर शांति-मार्च का आयोजन किया जाएगा। 8 मार्च को सायं 4:30 बजे बाल भवन, बरनाला रोड, सिरसा के सामने एकत्र होने के पश्चात यह मार्च लघु सचिवालय पहुंच कर उपायुक्त सिरसा को प्रधानमंत्री, भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपेगा। यह निर्णय शहीद भगत सिंह स्पोर्ट्स कम्पलैक्स में सिरसा सिटिज़न फोरम की बैठक में सर्वसम्मति से पारित हुआ।
बैठक में उपस्थित गणमान्य नागरिकों व बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत समेत समूचे विश्व भाईचारे द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध को तुरंत बंद करवाने के लिए गंभीर प्रयास किए जाएं। एक शांतिप्रिय देश होने के नाते भारत की चिंता स्वाभाविक है तथा ऐसे में हमारा दायित्व और भी बढ़ जाता है। युद्ध मानवता का शत्रु है तथा यह किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। बैठक में
यूक्रेन से सुरक्षित वापिस आए विद्यार्थियों व नागरिकों को मुबारकबाद देते हुए इस बात चिंता व्यक्त की गई कि अब भी वहां बहुत बड़ी संख्या में भारत के विद्यार्थी विकट परिस्थितियों में हैं अतः उन्हें सुरक्षित वापिस लाने के काम में तेजी लाई जाए और यूक्रेन में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी प्रभावी कदम उठाए जाएं। जो विद्यार्थी युद्ध की वजह से स्वदेश लौट आए हैं या लौट रहे हैं उनके सामने अनिश्चय की स्थिति है। उनके भविष्य को अंधकारमय होने से बचाने के लिए भारत सरकार यहीं उनकी बाकी बची शिक्षा का प्रबंध करे। यूक्रेन से वापसी की प्रक्रिया में विभिन्न देशों की सीमा तक पहुंचने तथा उसके बाद भारत तक आने में कुछ विद्यार्थियों व अभिभावकों का बहुत पैसा खर्च हो चुका है और होने वाला है। आपात वापसी की इस प्रक्रिया पर होने वाला पूरा खर्च केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाए।
शांति-मार्च के आयोजन व आगामी रणनीति तय करने हेतु कवलजीत कौर सरपंच, कृष्णा फोगाट, पुष्पा मेहता ऐडवोकेट, मोनिका शर्मा एडवोकेट, अरविंदर कौर, कुमारी आस्था, का. राज कुमार शेखुपुरिया, का. तिलकराज विनायक, प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा, सुभाष जोधपुरिया, गुररत्नपाल सिंह किंगरा, विशाल वत्स, वीर सिंह, विजय कालड़ा, सतपाल सिंह इत्यादि पर आधारित एक्शन कमेटी का गठन किया गया। एक्शन कमेटी ने सिरसा के सभी राजनैतिक दलों, साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, विद्यार्थी, युवा, महिला, किसान, मज़दूर, कर्मचारी संगठनों, समाजसेवियों सहित सभी जिलावासियों से इस शांति-मार्च में अधिक से अधिक तादाद में अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाने की अपील की है। इस बैठक में हमजिंदर सिंह सिद्धू, टोनी सागू , विजय कालड़ा, सुरेश बरनवाल, का. राज कुमार शेखुपुरिया, का. हरदेव सिंह संधु, प्रो. हरभगवान चावला, का. स्वर्ण सिंह विर्क, का. जगरूप सिंह चौबुर्जा, डा. हररत्न सिंह गाँधी, पृथ्वी सिंह चाहर, बलबीर कौर एडवोकेट, कवलजीत कौर सरपंच, सरबजीत कौर, कृष्णा फौगाट, जगदेव फौगाट, का. कृपाशंकर त्रिपाठी, जितेंद्र सिंह, मास्टर करनैल सिंह, वीर सिंह, राजेंद्र सिंह, मलकीत सिंह, अशोक कांसल, चंद्र प्रकाश, गीता, मोनिका, पुष्पा मेहता एडवोकेट, विमल मौसूण, भारत बरनवाल, सुरजीत सिंह सिरड़ी, का. तिलक राज विनायक, डा. हरविंदर सिंह, जगप्रीत सिंह, मोनिका शर्मा एडवोकेट, अनुज शर्मा, विशाल वत्स, अरविंदर कौर, घनश्याम मेहता, सुरजीत सिंह रेणू , सुभाष चुघ, प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा, सतपाल सिंह, पुष्पा मेहता एडवोकेट, कुलवंत सिंह, रमेश लाल, सुरेश कुमार, पुरषोत्तम शास्त्री, दर्शन सिंह, प्रो. सतपाल बेनिवाल, गुररत्नपाल सिंह किंगरा एडवोकेट इत्यादि गणमान्य नागरिकों ने अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज़ करवाई और अपने विचार व्यक्त किए।