प्रख्यात मनो-विशेषज्ञ डा. रविन्द्र पुरी ने व्यक्तित्व विकास के संबंध में अति-रोचक, उपयोगी एवं ज्ञानवर्धक विस्तार व्याख्यान की प्रस्तुति दी। उन्होंने व्यक्तित्व विकास के विभिन्न पहलुओं के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए संचार कौशल, आचार-व्यवहार, लोक-विचरण, जनसंपर्क शैली इत्यादि से अवगत करवाया।
सिरसा: 27 सितंबर:
राजकीय नैशनल महाविद्यालय, सिरसा में व्यक्तित्व विकास एवं प्लेसमैंट प्रकोष्ठ के तत्वावधान में प्राचार्य डा. संदीप गोयल की अध्यक्षता व व्यक्तित्व विकास एवं प्लेसमैंट प्रकोष्ठ प्रभारी डा. साक्षी मेहता के संयोजन में व्यक्तित्व विकास विषय से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डा. हरविंदर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यशाला में सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं सिरसा के प्रख्यात मनो-विशेषज्ञ डा. रविन्द्र पुरी व जनता गर्ल्ज़ पीजी कॉलेज, ऐलनाबाद के प्राचार्य डा. अविनाश कंबोज ने रिसोर्स परसन्स के तौर पर शिरकत की। डा. साक्षी मेहता द्वारा रिसोर्स परसन्स डा. रविन्द्र पुरी व डा. अविनाश कंबोज के स्वागत एवं परिचय उपरान्त सर्वप्रथम डा. रविन्द्र पुरी ने व्यक्तित्व विकास के संबंध में अति-रोचक, उपयोगी एवं ज्ञानवर्धक विस्तार व्याख्यान की प्रस्तुति दी। उन्होंने व्यक्तित्व विकास के विभिन्न पहलुओं के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए संचार कौशल, आचार-व्यवहार, लोक-विचरण, जनसंपर्क शैली इत्यादि से अवगत करवाया। उन्होंने प्रतिभागियों को समाज की समझ एवं इसमें विचरण, साक्षात्कार, शिक्षण-प्रशिक्षण इत्यादि के संबंध में भी जानकारी प्रदान की। इसके उपरान्त डा. अविनाश कंबोज ने अपने ज्ञानवर्धक एवं रौचिकता पूर्ण व्याख्यान में व्यक्तित्व विकास के अन्य पहलुओं संचार कौशल, बॉडी लैंग्वेज, शारीरिक हाव-भाव इत्यादि से संबंधित अत्यंत लाभप्रद एवं महत्त्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। उन्होंने कहा कि विश्वभर में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल बॉडी लैंग्वेज का ही होता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि संचार में शारीरिक हाव-भाव सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपने व्याख्यानों की प्रस्तुति के उपरान्त डा. रविन्द्र पुरी व डा. अविनाश कंबोज ने प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के सटीक एवं स्पष्ट उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा की आपूर्ति की।
फीडबैक सत्र में विद्यार्थियों ने इस वर्कशॉप को अपने लिए महत्वपूर्ण, उपयोगी, लाभप्रद एवं ज्ञानवर्धक बताया। कार्यशाला में अपने अध्यक्षीय संबोधन के दौरान प्राचार्य डा. संदीप गोयल ने व्यक्तित्व विकास से संबंधित इस कार्यशाला को विद्यार्थियों हेतु अति-उपयोगी बताते हुए ऐसे सार्थक आयोजन हेतु आयोजन समिति के प्रति साधुवाद व्यक्त किया। उन्होंने मूल्यवान, सार्थक एवं विचारोत्तेजक व्याख्यानों की प्रस्तुति हेतु रिसोर्स परसन्स के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया। कार्यशाला में व्यक्तित्व विकास एवं प्लेसमैंट प्रकोष्ठ के सदस्यों डा. विवेक गोयल, डा. वीना रहेजा, प्रो. मीनू बाला, प्रो. दीक्षा रानी, एलए सुरेश कुमार, मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डा. गुरनाम सिंह सहित विद्यार्थियों ने विशाल संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाई।