विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई को समर्पित तंबाकू विरोधी अभियान के पालन के संबंध में पंजाब सरकार से प्राप्त निर्देशों के अनुसार प्रिंसिपल डॉ सुरिंदर सिंह ठाकुर के नेतृत्व में आज गुरु नानक कॉलेज किल्लियांवाली के सेमिनार हॉल में एक भारत श्रेष्ठ भारत सीरीज में एनएसएस इकाई द्वारा एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी आशीष बाघला ने विषय “तंबाकू: समाज के लिए एक घातक आदत” का परिचय देकर किया। फिर उन्होंने विभिन्न धर्मों में तंबाकू उत्पादों के निषेध के लिए धार्मिक संदर्भ की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि तंबाकू हमारे दिमाग की जरूरत है। तंबाकू कैंसर का एक प्रमुख कारण है जो एक घातक बीमारी है।
उन्होंने अन्य संभावित बीमारियों के बारे में बताया जो तंबाकू और अन्य संबंधित उत्पादों से हो सकती हैं। उन्होंने तंबाकू के उपयोग और बिक्री के दंडात्मक प्रावधानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी छात्रों से तंबाकू उत्पादों के नियमित उपयोग करने वाले लोगों को इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया क्योंकि यह न केवल उनके जीवन बल्कि उनके पारिवारिक जीवन को भी प्रभावित करता है। बी.कॉम फाइनल ईयर की हरप्रीत कौर ने पोस्टर बना कर सब को तंबाकू से दूर रहने का संदेश किया। अंत में एक प्रतिज्ञा अभियान चलाया गया जिसमें सभी छात्रों और शिक्षकों ने तंबाकू, गुटखा और अन्य हानिकारक उत्पादों के सेवन से दूर रहने और दूसरों को बचने के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया। वाइस प्रिंसिपल मैडम सुरिंदर कपिला जी ने कहा कि छात्र हमारे देश का भविष्य हैं। छात्र स्नातक होने के बाद विभिन्न क्षेत्रों में जाते है जिसमें वे विभिन्न प्रकार के लोगों से मिलते है। हमारे सहकर्मी हमारी आदतों और जीवन के प्रति दृष्टिकोण के समान होंगे। इसलिए हमें तंबाकू के हानिकारक प्रभावों को गंभीरता से समझना चाहिए और अपने जीवन में किसी भी समय तंबाकू उत्पादों के सेवन में लिप्त नहीं होने के लिए अपनी पूरी कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने आज के आयोजन के सफल आयोजन के लिए एनएसएस इकाई को बधाई दी। वाणिज्य विभाग से विभाग के प्रमुख मैडम उषा गोयल, डॉ. सीमा रानी, सहायक प्रोफेसर प्रिंस सिंगला, सहायक प्रोफेसर नेहा ठाकुर, सहायक प्रोफेसर माणिक जिंदल, गणित विभाग से डॉ. पायल सिंगला और अर्थशास्त्र विभाग से मैडम मनप्रीत कौर ने इस सत्र में भाग लिया। इस सत्र में कुल 64 छात्रों ने भाग लिया। आशीष बाघला ने मीडिया को बताया कि 21 और 22 मई को एक सोशल मीडिया अभियान भी आयोजित किया गया था जिसमें कुल 52 छात्रों ने तंबाकू के उपयोग को प्रतिबंधित करने के लिए व्हाट्सएप, फेसबुक आदि पर पोस्ट साझा किया था।