तुम देखो मैं आज
इसी पल
जिन्दा हूँ
और
लिखता रहूँगा
और उम्मीद करता हूँ
की तू भी वक्त के पन्ने पे लिख
जो
आने वाली पीढ़िया
पढे और
फक्र और सम्मान दे
आओ मित्रो
आपने बच्चों को
इक विचार दे
संस्कार दे
आधार दे
क्योकि
जिसका कोई इतिहास नही
उनका भविष्य
खत्म
है ।।
(आज सिरसा में इतिहास संकलन समिति के राज्य स्तरीय साधारण सभा में शिरकत के बाद मन के विचार…)