खुद में खुद को ढूंढता हूँ….
आज खुद की तलाश में निकला हूँ
कभी किसी को मैं मिलु तो मुझे …..मुझ से मिलाना
Sanjivv Shaad है मेरा नाम
वैसे कोई नाम नही है
इक पहचान है ……
कभी कभी मुखोटों की भीड़ में लगता है इक सिर्फ मुखोटा है…….shaad
(इक निजी विचार है जो कभी कभी खुद से सवाल करत है)