Home News Point मंडी डबवाली में भी जन्माष्टमी का उत्सव बड़ी श्रद्धा व उल्ल्हास के साथ मनाया गया

मंडी डबवाली में भी जन्माष्टमी का उत्सव बड़ी श्रद्धा व उल्ल्हास के साथ मनाया गया

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आज जन्माष्टमी है। आज ही भगवान श्रीकृष्ण ने अवतार लिया था। उनके जीवन का हर प्रसंग, हर कथा, हर बात आज भी हमारी जिंदगी के लिए उतनी ही काम की है, जितनी महाभारत या उसके बाद के समय में रही होगी। कोरोना काल से गुजरी दुनिया ने पिछले दो सालों में रिश्तों के महत्व को बहुत गहराई से जाना है। परिवार और मित्र, जीवन के लिए कितने जरूरी हैं, ये हर उस आदमी को अच्छे से समझ आया, जिसने कोरोना की त्रासदी को नजदीक से देखा है। यह शब्द एचपीएस सीनियर सेकन्डेरी स्कूल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजित फैन्सी ड्रेस व डांस कम्पिटिशन के अवसर पर शिक्षानिदेशिका सुजाता सचदेवा ने कहे|

उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण का पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों को लेकर उनका अपना नजरिया था। जन्माष्टमी पर उनके जीवन पर आधारित आठ कथाओं से भगवान कृष्ण से सीखें रिश्तों को संवारना, संभालना और निभाना बताया।

फैन्सी ड्रैस प्रतियोगिता में एलकेजी से दूसरी कक्षा तक के कुल 27 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें बाल वर्ग में एलकेजी की मन्नतकौर प्रथम, एलकेजी की रक्षिता द्वितीय व यूकेजी की मानवी मीना तृतीय रही किशोर वर्ग में द्वितीय कक्षा के रेवानश प्रथम, खुशी द्वितीय व प्रथम कक्षा की जसकीरत व द्वितीय कक्षा के लक्ष ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया|

डाँस प्रतियोगिता के बाल वर्ग में तृतीय कक्षा कि कृतिका कंबोज प्रथम, चतुर्थ कक्षा के विरेन ने द्वितीय  व तृतीय कक्षा के विष्णु गोयल ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया व किशोर वर्ग में पंचम कक्षा कि अंकित बेण ने प्रथम, सातवीं कक्षा कि दिव्या ने द्वितीय तथा खुशी ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया|

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रिंसिपल आचार्य रमेश सचदेवा ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी व जन्माष्टमी कि मुबारक बाद दी व अपने उद्बोधन में कृष्ण शिक्षकों के आदर्श बताते हुए कहा कि श्री कृष्ण के जीवन से  जहां हम क्लास मैनेजमेंट  सीख सकते हैं वहीं उनके जीवन से सफलता एक अनेकों सोपानों को सीखा जा सकता है|

इस अवसर पर रामकरण मोटन, रमेश कंबोज, कालीचरण, रमेश कुमार गोयल, निधि जैन, सुरेश्वर मुद्गल, लखविंद्र सिंह, सुरेन्द्र शर्मा, जसपाल सिंह, पिरतपाल सिंह, सुखवीर सिंह व कई गणमान्य लोग व अभिभावक उपस्थित थे|

कार्यक्रम का  संचालन मैडम सरोज रानी व पूजा गोदारा ने बाखूबी किया व हाथी घोडा पाल कि जय कन्हैया लाल कि भजन से समान बांध दिया| मैडम मोनिका गर्ग, परमजीत कौर व पायल रानी ने निर्णयक मण्डल कि भूमिका अदा की|

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नेहरू मैमोरियल कॉन्वेंट स्कूल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित
-श्री कृष्ण की बाल लीलाओं और उनके जीवन चरित्रों को दर्शाती मनमोहक झांकियों ने मौहा सबका मन

उपमंडल के गांव अलीकां में स्थित नेहरू मैमोरियल कॉन्वेंट स्कूल के प्रांगण में वीरवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के नौनिहालों ने बढ़ चढक़र भाग लिया। बाल कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम को भक्तिमय बना दिया। स्कूली बच्चे राधा-कृष्ण, सुदामा, गोपियोंं की वेशभूषा में मंच पर पहुंचे और उन्होंने गीत-संगीत नृत्य नाटिका एवं दोस्ती को समर्पित लघु नाटिका श्री कृष्ण-सुदामा मिलन का भी मंचन किया। जिसे देखकर उपस्थित श्रोतागण भावविभोर हो गए। लाल, पीले, नीले, रंग-बिरंगे वस्त्रों में सजे नन्हें-मुन्ने बच्चे बेहद ही सुंदर लग रहे थे। इस दौरान बच्चों ने श्री कृष्ण की बाल लीलाओं और उनके जीवन चरित्रों को दर्शाती मनमोहक झांकियों ने सबका मन मौह लिया। श्री कृष्ण संग गोपियों का रास करते हुए बच्चों ने झूले झूल कर झूलों का आनंद लिया, वहीं सजाई गई मक्खन की मटकियों को तोडक़र मक्खन खाते हुए श्री कृष्ण और मां यशोदा का सतयुगी दुनिया के सुंदर दृश्य ने खूब वाह-वाही बटौरी। प्रिंसिपल सोना शर्मा ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि श्री कृष्ण का जन्मदिन भाद्रपद माह की अष्टमी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में भारत वर्ष में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि योगीराज श्री कृष्ण भारतीय संस्कृति के संवाहक थे। ऐसे पर्व और तीज त्यौहार हमें प्राचीन भारतीय संस्कृति की याद दिलाते हैं। जिनसे हमें प्रेरणा और ऊर्जा मिलती है। इस दौरान बच्चों को श्री कृष्ण की बाल लीलाओं पर आधारित मूवी भी दिखाई गई। मंच संचालन मनविंद्र कौर ने बाखूबी निभाया। जबकि रचना धवन, मन्नू, मुस्कान, किरणजीत आदि शिक्षकों ने सभी बच्चों को तैयार करने में अपनी अहम भूमिका निभाई। इस अवसर पर विद्यालय निदेशक विजयंत शर्मा, वाईस प्रिंसिपल किरण सिंगला, मीनू, रमन, निखिल, गोल्डी, बीएड कॉलेज के प्रिंसिपल कृष्णकांत, प्राध्यापिका ममता आर्य, प्राध्यापिका परमजीत कौर सहित अन्य स्टॉफ सदस्य मौजूद रहे।

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एसवीएस में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर मटकी, बांसुरी व झूला सजाओ प्रतियोगिता आयोजित
डबवाली।


श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में उपतहसील गोरीवाला स्थित स्वामी विवेकांनद वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में वीरवार को मटकी, बांसुरी व झूला सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्राथमिक वर्ग के विद्यार्थियों के बीच श्री कृष्ण-राधा वेश-भूषा एवं श्रृंगार प्रतियोगिता करवाई गई। जिसमें बच्चों ने श्री कृष्ण तथा राधा के समकक्ष अपना स्वरूप बनाकर इस प्रतियोगिता को सफल बनाया। पीले वस्त्र धारण किए हुए बालकों की शोभा अति मनोरम प्रतीत हो रही थी। बच्चों ने बाल लीलाओं के साथ-साथ श्री कृष्ण के पोस्टर तथा चार्ट भी बनाए और घर से मक्खन की मटकियां भी सजा कर लाये। विद्यालय की प्राचार्या समेस्ता सुथार ने सम्पूर्ण राष्ट्र को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जन्माष्टमी पर्व श्री कृष्ण के जन्मदिन के रूप में भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पूरी दुनिया में पूर्ण आस्था एवं श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। श्री कृष्ण युगों-युगों से हमारी आस्था के केन्द्र रहे हैं। वे कभी यशोदा के लाल होते हैं तो कभी ब्रज के नटखट कान्हा। इस अवसर पर विद्यालय संचालक सुल्तान सुथार, सचिव मनोज सुथार, उपप्रबंधक मोहन लाल बठला, उप प्राचार्या किरण जाखड़ सहित समस्त स्टाफ सदस्य एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।

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गुरु नानक कॉलेज किलियांवाली में भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व प्रत्येक वर्ष की भांति पूरी श्रद्धा और हर्षोल्लास से मनाया गया।कॉलेज लाइब्रेरी परिसर में काली माता मंदिर,जस्सी बागवाली से पंडित आनंद शर्मा ने इस अवसर पर पूर्ण विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जिसमें कालेज प्रधानाचार्य डॉ सुरेंद्र सिंह ठाकुर, एलुमनाई एसोसिएशन के माननीय सदस्यों श्री सुरजीत सिंह बड़जोत,श्री कृष्ण कामरा  निराला,श्री परमजीत कोचर,श्री नवीन नागपाल, श्री प्रवीण मोंगा, कॉलेज स्टाफ और विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कालेज प्रधानाचार्य डॉ ठाकुर ने इस अवसर पर सभी को जन्माष्टमी की बधाई देते हुए भगवान श्री कृष्ण के जीवन -दर्शन एवं गीता उपदेश पर प्रकाश डाला व उनके कर्म-सिद्धांत से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
अंग्रेजी विभागाध्यक्षा मैडम सुरेंद्र कपिला ने इस अवसर पर मंच संचालन किया। कार्यक्रम के अंत में सभी को प्रसाद भी वितरित किया गया ।

 

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