आर के भारद्वाज एक ऐसा शख्स ही बल्कि एक शख्सियत है जिनको मिलकर ज़िन्दगी में ऊर्जा मिलती है उन्होंने हमेशा ज़िन्दगी को जिंदाबाद बनाया है
बचपन से ही कला साहित्य में रुचि बढ़ गई थी रामलीला के मंच पर रावण के किरदार को निभाकर कला को नए आयाम दिए
एक निडर पत्रकार व भारतीय सेना में जाबांज सैनिक की भूमिका भी निभाई वही आजकल एक योगाचार्य के रूप में सेवाएं दे कर लोगो को सेहत के प्रति जागरूक कर रहे है जब भी किसी से मिलते है खुले दिल खुशमिजाज हो कर मिलते है मिलने वाले का आत्मबल बढ़ जाता है ।
सच मे ऐसे लोग ज़िन्दगी के किरदार है तभी तो ज़िन्दगी ज़िंदाबाद है