Home News Point सचाई एवं न्याय के पक्ष में डटना ही है व्यक्ति के ज़िंदा होने की पहचान: डा. संदीप गोयल

सचाई एवं न्याय के पक्ष में डटना ही है व्यक्ति के ज़िंदा होने की पहचान: डा. संदीप गोयल

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जीएनसी सिरसा के प्राचार्य डा. संदीप गोयल हुए सेवानिवृत्त

विदाई समारोह आयोजित कर महाविद्यालय परिवार ने दी मुबारकबाद
सिरसा: 30 नवंबर:
सच को जानकर उसके पक्षधर होना ही पर्याप्त नहीं होता उसके हित में डटकर खड़े होना भी अनिवार्य है। समाज में विचरण करते हुए व्यक्ति को ज़िंदा रहना ही नहीं ज़िंदा दिखना भी चाहिए। इसके लिए ज़रूरी है कि व्यक्ति अन्याय के समक्ष झुके नहीं बल्कि न्याय के लिए सदैव संघर्षरत रहे। यह विचार राजकीय नैशनल महाविद्यालय, सिरसा के प्राचार्य डा. संदीप गोयल ने उनकी सेवानिवृत्ति के उपलक्ष्य में आयोजित विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने संबोधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन एवं प्रशासन के लंबे अंतराल के दौरान उन्होंने महाविद्यालय से जो अर्जित किया है उसके लिए वह इस महाविद्यालय के प्रति सदैव कृतज्ञ रहेंगे। इस महाविद्यालय की स्मृतियाँ उनके मस्तिष्क में हमेशा बनी रहेंगी और वह इस महाविद्यालय से ता-उम्र अपना जुड़ाव बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय के पारस्परिक सद्भाव, समभाव से पुष्पित पल्ल्वित वातावरण ने उन्हें हमेशा रोमांचित किया है और वह महाविद्यालय परिवार के सदस्यों से आश्वस्त हैं कि वह इस सकारात्मक माहौल को और भी जीवंतता प्रदान करेंगे। विद्यार्थियों को अपना संदेश देते हुए उन्होंने उनका आह्वान किया कि ज़िंदगी में कभी कोई शॉर्ट कट नहीं होता और वह लंबे और कठिन मार्ग के पथिक बनने से कभी संकोच न करें।

महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डा. हरविंदर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 25 नवंबर 1966 को सिरसा में जन्मे संदीप गोयल ने मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद एक वर्ष तक राजकीय नैशनल महाविद्यालय, सिरसा में अध्ययन किया। फिर सिरसा छोड़कर उन्होंने 1987 में डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ से रासायन शास्त्र में बीएससी ऑनर्ज़ व 1988 में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से रासायन शास्त्र में एमएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की और एमफिल में प्रवेश लिया। इसी दौरान उन्होंने 27 दिसंबर 1989 को राजकीय नैशनल महाविद्यालय, सिरसा में रासायन शास्त्र के प्राध्यापक के पद पर कार्यभार ग्रहण कर लिया। अपने सेवाकाल के दौरान ही उन्होंने एमफिल संपूर्ण की व एमपी भोज विश्वविद्यालय, भोपाल से पीएचडी की उपाधि हासिल की। डा. संदीप गोयल ने लाला हंस राज फुटेला लॉ कॉलेज, सिरसा से एलएलबी की डिग्री भी हासिल की। वह इसी महाविद्यालय में 10 नवंबर 2011 को प्राचार्य के पद पर पदोन्नत हुए और जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारी के पद पर भी आसीन हुए। उनके पास तीन महीनों के लिए राजकीय कन्या महाविद्यालय, रानियाँ के प्राचार्य का कार्यभार भी रहा। राजकीय नैशनल महाविद्यालय, सिरसा में लगभग पैंतीस वर्ष अपनी शानदार सेवाएं प्रदत्त करते हुए वह यहीं से 30 नवंबर 2024 को सेवा निवृत्त हुए। महाविद्यालय के उप-प्राचार्य प्रो. हरजिंदर सिंह की अध्यक्षता व स्टाफ सचिव डा. सत्यपॉल एवं सोशल सेक्रेटरी डा. साक्षी मेहता के संयोजन में आयोजित हुए इस विदाई समारोह में प्रो. हरजिंदर सिंह, डा. सज्जन कुमार, डा. विक्रम बंसल, डा. हरविंदर सिंह, डा. सत्यपॉल, डा. सुरेंद्र कुमार, डा. कृष्ण गोपाल, डा. नवीन कुमार मक्क्ड़, डा. स्मृति कंबोज, परमजीत कौर, डा. साक्षी मेहता इत्यादि ने डा. संदीप गोयल के साथ बिताए पलों को साँझा करते हुए उन्हें प्रतिबद्ध शिक्षक, कर्मठ अनुभवी प्रशासक, एक अति-संवेदनशील एवं ज़िंदादिल शख्सियत बताते हुए उनकी जीवन शैली व कार्य पद्धति को अनुकरणीय एवं उदाहरणीय बताया और सेवानिवृत्ति उपरान्त उनके सफल, सुखद, समृद्ध, स्वर्णिम, उज्ज्वल भविष्य एवं स्वस्थ दीर्घाऊ जीवन हेतु मंगलकामनाएं व्यक्त कीं। इस अवसर पर डा. संदीप गोयल के साथ आए उनके पारिवारिक सदस्यों डा. अनुदीप गोयल, यशस्वी गोयल ऐडवोकेट, सेवानिवृत्त निदेशक एमइएस राजीव गोयल, अतुल गोयल, वनिता गोयल, अभय जैन, सोनिया जैन, भूपेंद्र गुप्ता, पुलकित जिंदल व अनन्य मित्रों प्रेम रातुसरिया, सेवानिवृत्त प्राचार्य प्रो. महेंद्र प्रदीप, डा. मधु, प्रो. राम कुमार जांगड़ा, डा. बी एस भोला, डा. भूषण मोंगा, प्रो. श्याम लाल फुटेला, मानवाधिकार कार्यकर्त्ता करतार सिंह व सहायक अधीक्षक राकेश जैन ने भी उनके साथ अपने अनुभवों से अवगत करवाया। इस अवसर पर डा. संदीप गोयल के सपुत्र ओजस्वी गोयल व पुत्रवधु कश्ती ने कनाडा से ऑनलाईन मोड पर शुभकामनाएं व्यक्त कीं। विदाई समारोह के दौरान महाविद्यालय परिवार व स्थानीय हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ इकाई व जिला प्राचार्य संघ की ओर से डा. संदीप गोयल को स्मृत्ति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान महाविद्यालय परिवार की ओर से डा. संदीप गोयल एवं उनके साथ आए पारिवारिक सदस्यों एवं अनन्य मित्रों को भी सम्मानित किया गया और उनके सम्मान में भोज का आयोजन किया गया। इससे पूर्व महाविद्यालय की सांस्कृतिक समिति प्रभारी डा. स्मृति कंबोज व नाट्य-निर्देशक कर्ण लढा के संयोजन में भी सांस्कृतिक समिति की ओर से डा. संदीप गोयल के सम्मान में सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन स्टाफ सचिव डा. सत्यपॉल व सोशल सेक्रेटरी डा. साक्षी मेहता ने किया।

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