-प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह बराड़ की उपस्थिति में हुई बैठक में फील्ड में कार्यरत पत्रकारों ने जोर-शोर से उठाई मांगें
-पत्रकारों में वितरित किए गए यूनियन के पहचान पत्र, 10-10 लाख की बीमा पॉलिसी के फार्म भरवाए
डबवाली
चंडीगढ़ हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन डबवाली इकाई की बैठक वरिष्ठ पत्रकार फतेह सिंह आजाद की अध्यक्षता में वरच्युस भवन में हुई। बैठक में चंडीगढ़ हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह बराड़ ने विशेष अतिथि के तौर पर भाग लेकर पत्रकारों का मार्गदर्शन किया। डबवाली के पत्रकारों के अलावा सिरसा से वरिष्ठ पत्रकार भूपेंद्र पन्नीवालिया व कालांवाली के पत्रकार सुरेंद्र पाल सिंह भी बैठक में शामिल हुए व जोर-शोर से अपनी मांगें उठाई।
सबसे पहले यूनियन की डबवाली इकाई के संयोजक रवि मोंगा ने पत्रकारों की ओर से प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह बराड़ व बाहर से आए अन्य वरिष्ठ पत्रकारों का स्वागत किया। फील्ड में सक्रिय रूप से कार्यरत पत्रकारों की विभिन्न समस्याओं का जिक्र करते हुए रवि मोंगा ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पत्रकारों के हित में जो भी योजनाएं लागू करने का दावा किया जा रहा है उसका छोटे शहरों व गांवों में कार्यरत अधिकतर पत्रकारों को कोई लाभ नहीं है। उन योजनाओं का लाभ सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकारों को तो मिलता है जबकि जिला स्तर से लेकर छोटे शहरों व गांवों में जमीनी स्तर पर सक्रिय रूप से बड़ी संख्या में कार्य कर रहे अधिकतर गैर मान्यता पत्रकार इससे वंचित हैं। अनेक पत्रकार तो 10-20 वर्षों से लगातार कार्य करते हुए आमजन की आवाज को उठा रहे हैं लेकिन मान्यता के सरकारी नियम काफी जटिल होने के कारण वे मान्यता प्राप्त करने की कैटेगरी में नहीं आते। पत्रकार डा. सुखपाल सिंह व विक्की सिरसवाल ने भी कार्य करते समय आने वाली विभिन्न दिक्कतों के बारे में बताया। सभी ने सरकार से मान्यता संबंधी नियमों का सरलीकरण करने व गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए अलग पॉलिसी बनाने के मांग की।
इस मौके पर संबोधन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह बराड़ ने कहा कि सरकार के समक्ष मान्यता प्राप्त व गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों की मांगों को यूनियन की ओर से अनेक बार उठाया गया है। सरकार ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों को मिलने वाली पेंशन को 10 हजार रुपए से बढ़ाकर 15 हजार कर दिया है। लेकिन अधिसूचना में कुछ ऐसे शर्तें जोड़ दी हैं जो तर्क संगत नही हैं। सरकार से उक्त शर्तों को हटाने सहित कैशलेस मेडिकल कार्ड बनवाने, निशुल्क बस सुविधा पर लगी किलोमीटर सीमा हटाने सहित अन्य मांगें की गई हैं। उन्होंने बताया कि सरकार के समक्ष यह मांग भी प्रमुख से उठाई है कि गैर मान्यता पत्रकारों के लिए भी पंजाब राज्य की तर्ज पर एक पॉलिसी के तहत उन्हें डीपीआरओ के माध्यम से जिलावाइज सरकारी पहचान पत्र जारी किए जाए और उन्हें मान्यता प्राप्त पत्रकारों के समान सभी लाभ प्रदान किए जाएं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन पत्रकारों को उनके अधिकार दिलाने के लिए लगातार संघर्षरत है। उन्होंने बताया कि यूनियन की ओर से सभी सदस्य पत्रकारों का 10-10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा भी करवाया जा रहा है। वहीं, वरिष्ठ पत्रकार भूपेंद्र पन्नीवालिया ने विश्वास दिलाया कि जिला लेवल पर पत्रकारों को आने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए वे भी प्रयास करेंगे। इस अवसर पर चंडीगढ़ हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन द्वारा जारी पहचान पत्र डबवाली के पत्रकारों को वितरित किए गए। साथ ही उनसे 10-10 लाख की बीमा पॉलिसी के फार्म भी भरवाए गए। अंत में यूनियन के सदस्य संजीव शाद ने प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह बराड़, भूपेंद्र पन्नीवालिया, सुरेंद्रपाल सिंह व अन्य पत्रकारों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर पत्रकार सुदेश आर्य, अशोक सेठी, उर्वशी, संदीप कुमार भी मौजूद रहे।