प्रसिद्ध लोक गायक मास्टर सलीम ने दी tothepointshaad की टीम को बधाई व शुभकामनाएं
प्रसिद्ध लोक गायक मास्टर सलीम ने दी tothepointshaad की टीम को बधाई व शुभकामनाएं
इक तारा लेकर रेल गाड़ी में गाते देखा था उसको और नंगे पांव फ़टे कपड़े दाड़ी बड़ी हुई और काली सी चादर पैसो के लिए बढ़ते हाथ उसकी आवाज में जादू था जो आज भी गूँजता इतने वर्ष बीत जाने के बाद … रेल गाड़ी में मेरे साथ बैठे कुछ यात्रियों ने सिक्के फ़टे पुराने नोट उसकी हथेली में थमा …
(मेरे एकल नाटक तिनका का पहला डायलॉग…) बस ये ही इक बात खतरनाक …. हर कोई चाहता है कोई और लडे ….. बंदूक हमारी और कंधा किसी का तो फिर लड़ाई….. अब और किस लिए किसके लिये क्योकि मै और नहीं चाहता लड़ना और बोलना बस मै मुर्दा हो गया हूँ और शामिल हूँ भेड़ो की भीड़ में कल अंतिम …
टैक्स फ्री शब्द हम कभी किसी जमाने मे फिल्मो के पोस्टर पर पढा करते थे..लेकिन थोड़ा सा सोच कर देखा तो ख्याल आया क्यो न वर्तमान दौर में इस योजना का लाभ लिया जाए जो प्रभु ने हम अब को दी है…. कमाल तो तब है पल पल बदलती सोच को हम ये सोचे कि आखिर हम क्या सोच रहे …
आदरणीय स्व. आत्माराम जी अरोड़ा अपनी कर्मभूमि किलियांवाली-डबवाली में आयोजित प्रत्येक कार्यक्रम में आमंत्रित फ्रंटलाइन वी वीआईपी थे। उनके किसी कार्यक्रम में उपस्थित होने भर से ही कार्यक्रम का स्तर भव्य हो जाता था। उनका किसी भी कार्यक्रम में आना न केवल आमंत्रित करने वाले की प्रतिष्ठा-शोभा को बढ़ाता था बल्कि स्वर्गीय अरोड़ा ही अपने से प्यार करने वालों से …
शंखनाद हो चुका है पुराने जमाने मे युद्ध सूरज ढलने के साथ रुक जाते थे आमने सामने होते थे सीधे होते थे दुश्मन सामने होता था यानी युद्ध के नियम होते थे लेकिन वर्तमान दौर में युद्ध बदल गए है दुश्मन छुप कर वार करता है या किसी का कन्धा होता है निशाने पर कोई आम जनमानस को तो पता …
युद्ध तो हर वक्त हर किसी के लिए चल रहा होता है बात ये है युद्ध कैसा है किसके साथ है …..
यह सही है कि आने वाले वक्त की सूरत अनजान होती है, लेकिन हमारे अपने खयाल उस वक्त को शक्ल दे रहे होते हैं। हम भविष्य के प्रति इतना सोचते हैं कि पूरी एक कहानी ही गढ़ लेते हैं। आने वाले वक्त में वैसा होगा या नहीं, पता नहीं, पर भविष्य में झांकने की हमारी तैयारी ऐसी ही होती है। आने वाले …
(मेरे एकल नाटक तिनका का पहला डायलॉग…) बस ये ही इक बात खतरनाक ….हर कोई चाहता है कोई और लडे …..बंदूक हमारी और कंधा किसी कातो फिरलड़ाई…..अब और किस लिएकिसके लियेक्योकिमै और नहीं चाहता लड़नाऔर बोलनाबसमै मुर्दा होगया हूँऔर शामिल हूँ भेड़ो की भीड़ मेंकल अंतिम विदाई हैतुम भी आना और बस सिर्फ रोनाऔर कहना कीहम क्या कर सकते हैअब …
गुरु नानक कॉलेज किल्लियांवाली के पूर्व छात्र संघ की वार्षिक आम बैठक 14 नवंबर …
घर फूँक थियेटर फेस्टिवल में हुई “मौत क्यूं रात भर आती नहीं” नाटक …
ਸਿਰਸਾ: ਕੇਂਦਰੀ ਪੰਜਾਬੀ ਲੇਖਕ ਸਭਾ (ਰਜਿ.) ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਤ ਪੰਜਾਬੀ ਲੇਖਕ ਸਭਾ, ਸਿਰਸਾ ਅਤੇ ਪ੍ਰਗਤੀਸ਼ੀਲ …
A YouTube Channel by a Theater artist, Choreographer, Mentor, Motivational Spraker Sanjeev Shaad of M.Dabwali for providing an open platform to everyone who has something to say,to share,to explore with the Society. This channel is also a medium to highlight and sharp your God- gifted virtues with each other, following the mission to appreciate and highlight the hidden talent.