सहयोग की अभिरुचि से ही हिन्द की चादर कहलाए गुरु तेग बहादुर जी: प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा सिरसा: 7 अप्रैल: श्री गुरु नानक देव जी द्वारा स्थापित सत्ता के ख़िलाफ़ शाब्दिक प्रतिरोध का प्रवचन गुरुबाणी का मूल स्वर है। प्रतिरोध का यह प्रवचन प्रवाहित होता हुआ गुरु तेग बहादुर जी व गुरु गोबिंद सिंह जी तक तेग के प्रतिरोध …